दो दिनों पहले मेरे छोटे देवर अनिकेत का मेल आया “भाभी ये तस्वीर अपने प्रोफाइल से हटा दीजिए, देखकर डर लग रहा है” । उसके कुछ दिनों पहले प्रबाल, मेरा एक और देवर, परेशान था कि प्यारी भाभी ने ये क्या फोटो चुना । मेरी एक भांजी तो कहती है कि “मौसी, ये भूतनी की तस्वीर हटाओ” ।
२००७ में मैं ब्लॉग्गिंग शुरू की थी । तब से यही तस्वीर मेरा प्रोफाइल फोटो है । तब से ना जाने कितनी बार कितने दोस्त या रिश्तेदार इसे बदलने की मांग करते रहे हैं । अब तो ब्लॉग पर भी टिप्पणियां आने लगी है कि ये तस्वीर बदल दूँ, अच्छी नहीं लगती ।
दरअसल, यह तस्वीर मुझे बहुत खास लगती है । ये उन दिनो कि बात है जब मेरी नई नई शादी हुई थी । हम दोनों में मेरी तस्वीर को लेकर कुछ बहस हुई थी । मैं नाराज़ हो गयी थी । तब इन्द्रनील ने वादा किया था कि वो मेरी एक सुन्दर तस्वीर बनाएगा । उसके बहुत दिनों बाद उसने मुझे एक तस्वीर तोहफे में दी और कहा मैं ऑफिस जाने के बाद ही खोलना, मैंने बहुत मेहनत से बनायीं है । मैं भी मान गयी । जैसे ही वो ऑफिस में गया, मैंने उसे खोला, तो सामने यही तस्वीर थी । हालाँकि इस तस्वीर के इतिहास से मैं भलीभांति परिचित थी, पर उस वक्त मुझे काफी गुस्सा आया । पर तस्वीर के साथ एक पत्र था, और एक सुन्दर सी कविता । मैंने तभी से सोच लिया था, कि इन्टरनेट पर कभी अपना प्रोफाइल बनाऊँगी तो मैं इसी तस्वीर को लगाऊंगी । जब ब्लॉग खोला तो ये मौका मिल गया ।
ये तो एक मीठी सी याद है जो मैंने इस तस्वीर के साथ संजोये रखी है। पर मुझे इसका इतिहास भी उतना ही रोचक लगता है ।
यह तस्वीर एक अफगानी महिला शरबत गुला की है, जिसे १९८४ में अमरीकी पत्रकार Steve McCurry ने खिंची थी, जो 'नेशनल जियोग्राफिक' के १९८५ के जून संस्करण में, मुख्य पृष्ठ पर छपी थी । उसके बारे में नेट जगत में बहुत सारी जानकारीयां हासिल है । उसमें से कुछ चुनिन्दा वेब पते मैं नीचे दे रही हूँ ...
http://news.nationalgeographic.com/news/2002/03/0311_020312_sharbat_2.html
http://en.wikipedia.org/wiki/Afghan_Girl
http://www.cl.cam.ac.uk/~jgd1000/afghan.html
और यहाँ पर आपको हिंदी में जानकारी उपलब्ध हो जायेगी ।
http://sb.samwaad.com/2009/01/blog-post_22.html
सभी तस्वीरें विकिपीडिया और गूगल से साभार ।
अगर जो प्यार करना है किसी की सीरत से करिए!
ReplyDeleteअगर किसी पर मरना है, किसी की सीरत पर मारिये!
बदलती है, पिघलती है जो हर ढलते लम्हे के साथ!
रंग बदलती सूरत पर एतबार नहीं करिए!
क्या रखा है सूरत में????
जी हाँ यह फोटो उसी अफगानी महिला का है जिसकी खोज में वह पत्रकार दर दर भटकता फिरा था और आखीर मेंम खोजने में सफल हो गया -आँखों ने पहचान में मदद की -लेकिन इस फोटो को कोई और क्यों अपने प्रोफाईल पर लगाये ..?
ReplyDeleteएल्लो जी, हम तो इन्हें ही मिसेज़ इन्द्रनील समझ रहे थे।
ReplyDeleteआपके बलॉग पर तस्वीर की कहानी से पता चलता है कि इन्द्रनील जी शरारती भी हैं। आप दोबारा नाराज न हों, इसलिये ये शरारत की उन्होंने। वो कविता तो पढ़वाईये, बहुत पर्सनल न हो तो।
आभार।
@Arvind Mishra जी आपने सही कहा, ऐ वही अफगानी महिला है .... मुझे इसकी खोझ कि कहानी रोमांचक लगती है ...कभी मौका मिले तो आप Discovery चैनल पर देघियेगा ....
ReplyDeleteविज्ञान का करिश्मा है ऐ खोज ....
@मो सम कौनजी,... कई बार इन्द्रनील कहते है इस तस्वीर में उन्हें मेरी झलक मिलती है ...खास कर गुस्सा :-).....
ReplyDeleteकविता मै जरुर पढवाती बहुत ही सुन्दर है, पर वह आज मुझे पूरी तरह याद नहीं है ...और अफ़सोस कि बात वो भारत मै है ... कभी मौका मिलेगा तो जरुर यहाँ दूंगी
रोचक किस्सा है आपकी तस्वीर का ......
ReplyDeleteवैसे तस्वीर देख मैं भी कुछ ऐसा ही सोच रही थी की ऐसी तस्वीर ही क्यों चुनी आपने ......
खैर मेरी फिर भी इच्छा है की आपकी अपनी तस्वीर देखूं .....!!
ye kissa mujhe malum hai...:)
ReplyDeletepar mujhe aapki profile pic aur blog name dono acche lagte hai..so no need to change :)
Your determination is lovable. Parul g is right and Harkeerat g is also true....that one always want to see whom one admire.
ReplyDeleteविश्वास करिए मैं आपके ब्लोग आपकी तस्विर देख कर आया, बढिया लगा आपका ब्लोग, इसलिए अब फालोवर भी बन गया ।
ReplyDeleteयादें सिर्फ यादें नहीं, जीवन का अभिन्न अंग होती हैं। प्रोफाइल चित्र की कहानी रोचक है।
ReplyDeleteबड़ी खतरनाक दिखती है.
ReplyDeleteआपके प्रोफाइल से लेकर नॅशनल जीओग्रफिक तक इस तस्वीर की कहानी रोचक लगी. :)
ReplyDeleteaj pake blog par aana hua to iss tasweer ka poora kissa pata chala..... par mujhe pahli baar se hi yeh photo bahut alag aur rhasyamayee laga tha.jis blog par bhi followers ki list me yeh chehara dikha.... is par dyan gaya.
ReplyDeleteमुझे तो अभी भी आपके देवर की बात सही लगती है।
ReplyDeleteदूसरी बात यदि यह किसी और की खींची है तो यह उसका कॉपीराइट हुआ। उसका खींचा चित्र लगाना, मालुम नहीं यह ठीक है कि नहीं।
रोचक किस्सा। उन्मुक्तजी से सहमत!
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