आज चिन्मयी को अपनी आजादी की कहानिया सुना रही थी तब नेताजी का उल्लेख आया और ये गीत जहन में आया ।
यह गीत भारतीय राष्ट्रीय सेना (Indian National Army-आज़ाद हिन्द फ़ौज) के रेजिमेंट का quickmarch था।
यह गीत राम सिंह ठाकुर द्वारा रचित है, बाद में ये गीत देशभक्ति गीत बन गया, और वर्तमान में यहाँ गीत भारतीय सेना की रेजिमेंटल quickmarch है।
क्या आपको याद है ....
कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा तू शेर-ए-हिन्द आगे बढ़
मरने से तू कभी न डर
उड़ा के दुश्मनों का सर
जोश-ए-वतन बढ़ाये जा कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा हिम्मत तेरी बढ़ती रहे
खुदा तेरी सुनता रहे
जो सामने तेरे खड़े
तू खाक में मिलाये जा कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा चलो दिल्ली पुकार के
ग़म-ए-निशाँ संभाल के
लाल क़िले पे गाड़ के
लहराये जा लहराये जा कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा
Take all your steps forward
Sing songs of happiness as you go
This life belongs to motherland
Lay it down for her a hundredfold You are the Tiger of India
Do not ever fear death
Blow away the enemy's head
Raise the spirits of your comrades Take all your steps forward
Sing songs of happiness as you go
Your life belongs to the motherland
Lay it down for her a hundredfold Your courage is your strength
The Lord listens to you
As for he who stands in your way
Turn him into dust and stamp him into the ground Take all your steps forward
Sing songs of happiness as you go
This life belongs to motherland
Lay it down for her a hundredfold "For Delhi" you scream
Hold your banner high
Plant it on the Red Fort
And let it fly eternally Take all your steps forward
Sing songs of happiness as you go
This life belongs to motherland
Lay it down for her a hundredfold
जय हिंद ।
बहुत ही सुन्दर. सालों बाद सुनने को मिलाया. आभार आपका.
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपने सुन्दर मार्च गीत फिर से सुनवाया.
ReplyDeleteकदम कदम बढाये जा ...
ReplyDelete... बेहतरीन प्रस्तुति !!!
सुंदर...!
ReplyDeleteजय हिंद
बहुत सुन्दर! जय हिंद!
ReplyDeleteबहुत प्यारा गीत...
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स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ..!!
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स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ !
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आपको बहुत बहुत बधाई .कृपया हम उन कारणों को न उभरने दें जो परतंत्रता के लिए ज़िम्मेदार है . जय-हिंद
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteराष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की शीघ्र उन्नति के लिए आवश्यक है।
स्वाधीनता दिवस पर हार्दिक शुभकामानाएं
ReplyDeleteउक्त गीत के रचयिता पण्डित वंशीधर शुक्ल . मन्यौरा जिला खीरी . उ 0 प्र 0 ।
ReplyDeleteये चिन्मई आपकी बेटी है क्या .....?
ReplyDeleteकदम कदम बढाये जा ....बचपन से सुनते आ रहे हैं ....पर ये जानकारी नहीं थी किसने लिखा ....
गीत भी सुना ....आभार ...!!
तृप्ति इन्द्रनील जी
ReplyDeleteनमस्कार !
कदम कदम बढ़ाये जा
खुशी के गीत गाये जा
ये जिंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाये जा तू
जिन लोगों को हमें हरगिज़ नहीं भूलना चाहिए
जिस जज़्बे को हमें याद रखना चाहिए
बंद कपाट खटखटाने के लिए आभार !
ऐसी पोस्ट्स भी बहुत ज़रूरी है ।
- राजेन्द्र स्वर्णकार
गीत याद था। गुनगुनाते हैं कई बार। जानकारी भी थी। पर एक बार फिर से पढ़कर और सुन कर सारा वजूद कदमताल करने लगा गीत के संग। आपको स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
ReplyDeleteप्रोफाइल चित्र की वजह जानकर काफी अच्छा लगा। आप क्या चित्र लगाएं ये वैसे तो पूरी तरह से आपका ही अधिकार है। कई बार अपने दोस्तों और आत्मिय जनों की माननी पड़ती है। पर अगर कारण ये हो तो मतलब ही नहीं बनता चित्र को बदलने का। चित्र से परिचय पुराना है मेरा। पहले लगा शायद कोई एक्टिविस्ट का ब्लॉग है।
ये ब्लॉग सिर्फ आफका है आपका है आपका है...पढकर काफी अच्छा लगा....आपका रोष भी समझ रहा हूं। आपकी योग्यता के आगे मेरी तो कोई बिसात नहीं। पर आज नारी का पढा लिखा होना जरुरी हो गया है।
ब्लॉग आपका ही है...आपके शीर्षक औऱ पोस्ट को पढ़कर जो पहली प्रतिक्रिया हुई वो लिखा है। इसे शीर्षक बदलने के तौर पर न देखा जाए...
ReplyDeleteसालों बाद सुन कर वही जोश भर आया दिल में आभार .
ReplyDeleteकल 28/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
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