Taking another look where others might not.................
तुम्हारे जाने से कितना सूना लगता है,
मन जाने क्यू बहुत उदास होता है,
तुम्हारी बाते याद आती है,
वो मुस्कराहट सताती है।
लाइने बिल्कुल दिल से निकली हुई हैं, पर इनमें जरा सी गलती है, क्षमा कीजिएगा यदि आप 'सुना' को 'सूना' कर देंगी तो ....।
धन्यवाद सदा जी !
अरे वाह, इसे तो आपने ठीक भी कर दिया, बधाई ।
sidhe saral shabdo me bhavo ko vyakta kiya hai aapne
सुंदर भावाभिव्यक्ति।
एक सुंदर चित्र से सजी पोस्ट।*** राष्ट्र की एकता को यदि बनाकर रखा जा सकता है तो उसका माध्यम हिन्दी ही हो सकती है।
बहुत खूब
बेहतरीन...... बहुत खूब!
आप सब का धन्यवाद
सच्चे दिल के एहसास.सुंदर अभिव्यक्ति.
खूबसूरत पंक्तियाँ और खूबसूरत तस्वीर।बधाई।इन्द्रनील जी कहाँ गायब हैं आजकल?
इसी को तो प्यार कहते हैं .. बहुत खूब कहा ...
बहुत खूबसूरत भाव ...... बड़ी सुंदर कविता है। आपको रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.
रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें!बहुत सुन्दर और भावपूर्ण कविता! तस्वीर बहुत ख़ूबसूरत लगी!
सुन्दर!भावपूर्ण!
bahut sundar .
क्या बात है .....आजकल इन्द्र्निल कहीं दिखाई नहीं दे रहे .....?और ये किसके जाने की बातें हो रहीं हैं .....?सब खैरियत तो है ....?
कोमल भावों की सरल रचना।
dil ki baat..dil tak hai..haan chitra bhi sundar hai :)
बहुत खूबसूरती से संजोये हैं एहसास ..और चित्र तो कमाल का है ..
टिप्पणी के लिए आपका बहुत धन्यवाद. आपके विचारों का स्वागत है ...
लाइने बिल्कुल दिल से निकली हुई हैं, पर इनमें जरा सी गलती है, क्षमा कीजिएगा यदि आप 'सुना' को 'सूना' कर देंगी तो ....।
ReplyDeleteधन्यवाद सदा जी !
ReplyDeleteअरे वाह, इसे तो आपने ठीक भी कर दिया, बधाई ।
ReplyDeletesidhe saral shabdo me bhavo ko vyakta kiya hai aapne
ReplyDeleteसुंदर भावाभिव्यक्ति।
ReplyDeleteएक सुंदर चित्र से सजी पोस्ट।
ReplyDelete*** राष्ट्र की एकता को यदि बनाकर रखा जा सकता है तो उसका माध्यम हिन्दी ही हो सकती है।
बहुत खूब
ReplyDeleteबेहतरीन...... बहुत खूब!
ReplyDeleteआप सब का धन्यवाद
ReplyDeleteसच्चे दिल के एहसास.सुंदर अभिव्यक्ति.
ReplyDeleteखूबसूरत पंक्तियाँ और खूबसूरत तस्वीर।
ReplyDeleteबधाई।
इन्द्रनील जी कहाँ गायब हैं आजकल?
इसी को तो प्यार कहते हैं .. बहुत खूब कहा ...
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत भाव ...... बड़ी सुंदर कविता है।
ReplyDeleteआपको रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं.
रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावपूर्ण कविता! तस्वीर बहुत ख़ूबसूरत लगी!
सुन्दर!भावपूर्ण!
ReplyDeletebahut sundar .
ReplyDeleteक्या बात है .....आजकल इन्द्र्निल कहीं दिखाई नहीं दे रहे .....?
ReplyDeleteऔर ये किसके जाने की बातें हो रहीं हैं .....?
सब खैरियत तो है ....?
कोमल भावों की सरल रचना।
ReplyDeletedil ki baat..dil tak hai..haan chitra bhi sundar hai :)
ReplyDeleteबहुत खूबसूरती से संजोये हैं एहसास ..और चित्र तो कमाल का है ..
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