तुम्हारे जाने से कितना सूना लगता है,
मन जाने क्यू बहुत उदास होता है,
तुम्हारी बाते याद आती है,
वो मुस्कराहट सताती है।
तुम्हारे जाने से कितना सूना लगता है,
मन जाने क्यू बहुत उदास होता है,
तुम्हारी बाते याद आती है,
वो मुस्कराहट सताती है।
अंधेरा ... अंधेरा !
अंधेरे से डरना क्या,
पलके मूंदे बैठना क्या,
आँखे बंद रखो तो
छाया रहेगा अंधेरा,
मन की आँखे खोलो तो,
२००७ में मैं ब्लॉग्गिंग शुरू की थी । तब से यही तस्वीर मेरा प्रोफाइल फोटो है । तब से ना जाने कितनी बार कितने दोस्त या रिश्तेदार इसे बदलने की मांग करते रहे हैं । अब तो ब्लॉग पर भी टिप्पणियां आने लगी है कि ये तस्वीर बदल दूँ, अच्छी नहीं लगती ।
दरअसल, यह तस्वीर मुझे बहुत खास लगती है । ये उन दिनो कि बात है जब मेरी नई नई शादी हुई थी । हम दोनों में मेरी तस्वीर को लेकर कुछ बहस हुई थी । मैं नाराज़ हो गयी थी । तब इन्द्रनील ने वादा किया था कि वो मेरी एक सुन्दर तस्वीर बनाएगा । उसके बहुत दिनों बाद उसने मुझे एक तस्वीर तोहफे में दी और कहा मैं ऑफिस जाने के बाद ही खोलना, मैंने बहुत मेहनत से बनायीं है । मैं भी मान गयी । जैसे ही वो ऑफिस में गया, मैंने उसे खोला, तो सामने यही तस्वीर थी । हालाँकि इस तस्वीर के इतिहास से मैं भलीभांति परिचित थी, पर उस वक्त मुझे काफी गुस्सा आया । पर तस्वीर के साथ एक पत्र था, और एक सुन्दर सी कविता । मैंने तभी से सोच लिया था, कि इन्टरनेट पर कभी अपना प्रोफाइल बनाऊँगी तो मैं इसी तस्वीर को लगाऊंगी । जब ब्लॉग खोला तो ये मौका मिल गया ।
ये तो एक मीठी सी याद है जो मैंने इस तस्वीर के साथ संजोये रखी है। पर मुझे इसका इतिहास भी उतना ही रोचक लगता है ।
यह तस्वीर एक अफगानी महिला शरबत गुला की है, जिसे १९८४ में अमरीकी पत्रकार Steve McCurry ने खिंची थी, जो 'नेशनल जियोग्राफिक' के १९८५ के जून संस्करण में, मुख्य पृष्ठ पर छपी थी । उसके बारे में नेट जगत में बहुत सारी जानकारीयां हासिल है । उसमें से कुछ चुनिन्दा वेब पते मैं नीचे दे रही हूँ ...
http://news.nationalgeographic.com/news/2002/03/0311_020312_sharbat_2.html
http://en.wikipedia.org/wiki/Afghan_Girl
http://www.cl.cam.ac.uk/~jgd1000/afghan.html
और यहाँ पर आपको हिंदी में जानकारी उपलब्ध हो जायेगी ।
http://sb.samwaad.com/2009/01/blog-post_22.html
सभी तस्वीरें विकिपीडिया और गूगल से साभार ।