एक स्त्री
जब उदास होती है..;
धीमी हो जाती है..
धरती के
घूमने की गति..!
एक स्त्री
जब मुस्कराती है..;
आसमान
थोड़ा झुक जाता है..!
एक स्त्री
जब हँसती है..
अनुचित हँसी;
महाभारत होता है..!
एक स्त्री की
निश्छलता पर..
सकुचाने लगती है;
भागीरथी..!
एक स्त्री
जब जिद करती है..
अपने अधिकार के लिए;
यमराज हार जाता है..!
एक स्त्री को
जब देनी पड़ती है
अपने व्रत की परीक्षा..,
एक गहरा प्रश्नचिन्ह लगता है..;
पुरुष के पुरुष होने पर..!
एक स्त्री
जब रोती है..;
धरती फट जाती है..!
निभाते हुए..
सभी रिश्तों को
बचाने की जुगत में..
एक स्त्री बँट जाती है..;
परमाणुओं में..!
एक स्त्री
जब प्रेम करती है..;
बस प्रेम करती है..